संगीत एक साधना है जहां शिष्य साधक हैं तो वहीं गुरु हैं साधन : पटेल
Shaktitopnews. गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर नगर में गुरु पूजन कार्यक्रम की धूम रही तथा अलग अलग संस्थाओं के द्वारा गुरु पूर्णिमा उत्सव आयोजित कर गुरुजनों का अभिनंदन किया गया। इसी तारतम्य में अंचल के श्रीकृष्ण संगीत महाविद्यालय में अशासकीय विद्यालय प्रबंधक कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व शिक्षक अधिवक्ता चितरंजय पटेल के मुख्य आतिथ्य व श्रीकृष्ण संगीत महाविद्यालय के संथापक प्रेरणास्त्रोत बलभद्र शुक्ला की अध्यक्षता तथा आचार्य भगतराम साहू , हरीश दुबे, रविंद्र महाराज के विशिष्ट आतिथ्य में गुरुपूजन का संगीतमय आयोजन किया गया है जिसमें महाविद्यालय के शिष्यों के द्वारा अतिथि गुरुजनों के सम्मान में भव्य संगीत कला की प्रस्तुति दी गई, जिसमें अंचल के नामचीन संगीत साधकों शामिल होकर गुरुजनों के सम्मान में गीत प्रस्तुत कर वातावरण को भावुक बना दिया।
इन पलों में मुख्य अतिथि चितरंजय पटेल ने कहा कि संगीत एक साधना है जहां शिष्य साधक हैं तो वहीं गुरु हैं साधन।उन्होंने बताया कि भारतीय संस्कृति, अध्यात्म एवम दर्शन में सीखने की कोई उम्र नहीं होती और सिखाने वाले की कोई उपाधि नहीं देखी जाती है यह बात सेवानिवृत शाखा प्रबंधक प्रेम शंकर गबेल पर लागू होती है जो इस महाविद्यालय में नियमित शिष्य की तरह संगीत साधना में लगे हैं।
आचार्य भगत साहू ने संस्था के विकास यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अभावों के बावजूद संचालक दिनेश साहू के अनवरत प्रयास से महाविद्यालय के गुणवत्ता में निरंतर वृद्धि हो रही है तो वहीं कार्यक्रम के अध्यक्ष बलभद्र शुक्ला ने शिष्यों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि समाज के लिए अनुकरण का विषय है कि आज भी संगीत साधना में गुरु शिष्य परंपरा कायम है।
कार्यक्रम का संचालन बहन संयोगिता ने किया तो वहीं आभार प्रदर्शन संचालक दिनेश साहू ने किया। आज अतिथियों का संस्था के सबसे नए तथा वरिष्ठ साधक शिष्य प्रेमशंकर गबेल के द्वारा विशेष रूप शाल श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया। गुरुपूजन कार्यक्रम में नगर के अलावा खरसिया के सक्ती जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से संगीत साधकों एवम गुरु_शिष्यों की गरिमामय सहभागिता रही।