सक्ती। सक्ती जिले की एसपी सुश्री अंकिता शर्मा के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे नशाविरोधी अभियान पर ताल से ताल मिलाते हुए ग्रामीण अंचलों में नशाखोरी रोकने और मादक पदार्थों के विक्रय पर लगाम लगाने महिला मोर्चा ने शंखनाद कर दिया है। नशे के विरूद्ध इस अभियान में आज कलेक्टर और एसपी के पास पहुंचकर उन्होंने मदद मांगी और अपनी व्यथा व्यक्त की।
सक्ती जिले के ग्रामीण अंचलों में प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर, दबेपांव बेची जा रही कच्ची महुआ शराब, गांजा एवं नशीली दवाओं के कारण लोग नशे के आगोश में समाते जा रहे हैं। नशे ने बच्चों, युवाओं, बुर्जुगों किसी को भी अब तक नहीं बख्शा है, लेकिन जिले की एसपी सुश्री अंकिता शर्मा द्वारा चलाए जा रहे नशाविरोधी अभियान से इन महिलाओं को एक नया संबल मिला है और इसी ऊर्जा का ही प्रतिफल है कि आज नशाबंदी का शंखनाद करते हुए उन्होंने कलेक्टर-एसपी से मदद मांगी। प्रशासन से इन्हें पूरी मदद मुहैया कराए जाने का आश्वासन मिला है और जल्द ही एसपी सुश्री अंकिता शर्मा भी इस दिशा में सकारात्मक पहल करती नजर आ सकती हैं।
बताया जाता है कि जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा ठोस रणनीति नहीं बनाने और व्यापक कार्ययोजना तैयार नहीं करने के कारण ग्रामीण अंचलों में नशे के कारोबारियों के हौसले बुलंद हो चले हैं। मामला सक्ती जिले के डभरा ब्लॉक अंतर्गत नवापारा ड का है, जहां खुलेआम कच्ची महुआ शराब बेचकर लोग अपनी पीठ ठोंकने से बाज नहीं आ रहे थे। दूसरी ओर गांव की महिलाओं पर समय-बेसमय छींटाकशी करते, शराब के नशे में धुत्त बोतलों के साथ लड़खड़ाते गांव में लोग हर गली में नजर आते थे। समझाईश देने पर इन महिलाओं के साथ भी दबंगई दिखाने का प्रयास किया गया। अंतत: महिला शक्ति को इनके विरूद्ध मोर्चा खोलना पड़ा।
नवापारा ड ग्राम की महिलाओं ने आज ग्राम में पूर्णत: नशाबंदी कराने की मांग की है। इसके लिए उन्होंने जिले के कलेक्टर अमृत विकास टोपनो और पुलिस अधीक्षिका अंकिता शर्मा से मिलकर मदद मांगी। महिलाओं के अनुसार गांव में बड़े स्तर पर महुआ शराब और गांजा की बिक्री हो रही है, जिससे रोजी मजदूरी करने वाले परिवार बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। नशाखोरी करने वाले लोग पैसे नहीं मिलने पर घर के पीडीएस चावल को बेचकर शराब खरीद रहे हैं। वही बच्चे एवं युवा अपनी पढ़ाई छोड़कर नशा के गिरफ्त में अपना भविष्य खराब कर रहे हैं। इसको लेकर ग्राम की महिलाओं द्वारा एकजुट होकर नशे का सामान बेचने वालों को घर-घर जाकर मना किया जा रहा है, इसके बावजूद भी चोरी छिपे नशा के ठेकेदार अपना कार्य जारी रखे हुए हैं, महिलाओं ने प्रशासनिक अधिकारियों से मांग की है कि जल्द से जल्द इस दिशा में ठोस पहल करते हुए नशाखोरी पर लगाम लगाई जाए।