छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के स्वप्न दृष्टा स्व. बिसाहूदास महंत को प्रदेश सरकार ने दी सच्ची श्रद्धांजलि
सक्ती। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के निर्माणाधीन नई राजधानी, अटल नगर (नया रायपुर) में एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है। प्रदेश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के स्वप्न दृष्टा, हसदेव बांगो परियोजना के शिल्पकार और गरीबों के मसीहा, शिक्षाविद स्वर्गीय बिसाहू दास महंत जी के नाम पर प्रमुख मार्ग और चौक का नामकरण किया गया है। यह निर्णय न केवल छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का विषय है, बल्कि यह स्व. महंत जी के योगदान को सच्ची श्रद्धांजलि भी है। उनके प्रयासों ने छत्तीसगढ़ को सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
इस नामकरण के लिए छत्तीसगढ़ कांग्रेस विधायक दल के मुखिया और नेता प्रतिपक्ष, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के सार्थक प्रयासों को विशेष रूप से सराहा गया। उनके नेतृत्व में यह पहल राज्य की ऐतिहासिक धरोहर और महान विभूतियों को सम्मानित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। डॉ. चरणदास महंत ने इस अवसर पर कहा, यह हम सबके लिए गर्व का क्षण है कि राज्य के एक माटी पुत्र और जननायक को इस रूप में सम्मानित किया गया। यह हमारी आने वाली पीढिय़ों को उनके आदर्शों और कार्यों से प्रेरणा लेने का अवसर देगा।
छत्तीसगढ़ के इतिहास और उसकी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास
डॉ. चरणदास महंत के जिला पंचायत प्रतिनिधि गुलजार सिंह ठाकुर एवं महंत समर्थक उगेंद्र अग्रवाल (पप्पू) ने बताया कि नया रायपुर में स्व. बिसाहू दास महंत के नाम पर मार्ग और चौक का नामकरण छत्तीसगढ़ के इतिहास और उसकी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
इस निर्णय से सक्ती जिला से महंत समर्थकों में सुदेश शर्मा, अमीर चंद(भुरू), हरिश चंद (कालू), राजेश शर्मा, मुकेश अग्रवाल, फिरत राम साहू (केसला), देव प्रसाद, दीपक बरेट, रामप्रसाद, रमेश कुमार, सुरेश यादव, बाबूलाल जायसवाल, रविंद्र शर्मा, रवि शंकर, शाश्वत धर्म दीवान, विजय सूर्यवंशी, रोशन साहू, माधव श्रीवास, राजेंद्र देवांगन, मनीराम साहू, दिलहरण बरेट, रूपनारायण साहू, कन्हैया कंवर सहित पूरे प्रदेश में हर्ष का माहौल है और इसे जनमानस से व्यापक समर्थन मिल रहा है।