हरि गुजर पैलेस शक्ति की धरोहर, नेता प्रतिपक्ष विधानसभा जैसे पवित्र स्थल पर बोले है झूठ” – राजा धर्मेंद्र सिंह का बड़ा आरोप
राजमहल विवाद पर बोले: ‘यह हमारी विरासत है, कोई निजी संपत्ति नहीं’


शक्ति, 22 जुलाई।
“हरि गुजर पैलेस शक्ति क्षेत्र की ऐतिहासिक धरोहर है, यह कोई प्रॉपर्टी नहीं बल्कि सक्ती की पहचान है। मेरे स्वर्गीय पिता राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह जी से ही इस क्षेत्र की पहचान जुड़ी है। इस धरोहर को सुरक्षित रखना मेरा और मेरे परिवार का कर्तव्य है।” – यह बात राजा धर्मेंद्र सिंह ने आज शक्ति में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में कही।
उन्होंने 25 जून की घटना का ज़िक्र करते हुए सक्ती की जनता और पुलिस प्रशासन को धन्यवाद दिया, जिन्होंने संकट के समय पर उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की। उन्होंने कहा, “पुलिस की कार्रवाई बिल्कुल सही दिशा में है। जिनके नाम एफआईआर में दर्ज हैं, वे उस दिन मौके पर उपस्थित थे। फरार आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग करता हूँ।”
नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत पर गंभीर आरोप
राजा धर्मेंद्र सिंह ने नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “नेता जी ने विधानसभा जैसे पवित्र मंच पर जनता के सामने झूठ बोला है। उन्होंने यह दावा किया कि मेरे स्वर्गीय पिता ने उन्हें गीता राणा जी को देखने के लिए नेपाल भेजा था। यह पूरी तरह गलत है। न मेरे पिता ने कभी ऐसा कहा और न ही उनका या उनके किसी प्रतिनिधि का गीता राणा जी की देख रेख कर रहा है वो सफेद महल में रहती है आज भी जो कि राजा सुरेंद्र बहादुर जी के नाम पर दर्ज है।”
राजमहल केवल भवन नहीं, शक्ति की अस्मिता का प्रतीक
राजा धर्मेंद्र सिंह ने दोहराया कि “यह राजमहल सिर्फ ईंट-पत्थर की इमारत नहीं, बल्कि शक्ति क्षेत्र की सांस्कृतिक अस्मिता और गौरव का प्रतीक है। इसे नष्ट करने या स्वार्थ के लिए हथियाने का प्रयास, जनता की आस्था और इतिहास से विश्वासघात है।”
उन्होंने जानकारी दी कि भविष्य में इस धरोहर के संरक्षण के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की जाएगी, जिसमें समाज की सहभागिता को प्राथमिकता दी जाएगी।
CCTV फुटेज और वीडियो आरोपों पर खुलकर दिया जवाब
जब पत्रकारों ने राजकुमार अग्रवाल के बड़े भाई रमेश अग्रवाल द्वारा लगाए गए CCTV से जुड़े आरोपों पर सवाल पूछा तो राजा धर्मेंद्र ने स्पष्ट कहा, “25 जून की घटना में शामिल लोगों ने महल के अंदर का डीवीआर चुरा लिया। मेरी पत्नी ने खुद फोटो देखकर आरोपियों की पहचान की है। सोशल मीडिया में कई वीडियो और फोटो पहले से ही मौजूद हैं।”
इस दौरान कई गणमान्य नागरिक, समर्थक और परिजन उपस्थित रहे। पत्रकारों के सभी सवालों का शांति और आत्मविश्वास से उत्तर देते हुए राजा धर्मेंद्र सिंह ने अंत में कहा,
“राजमहल क्षेत्र की विरासत है, और उसकी रक्षा के लिए मैं हरसंभव प्रयास करता रहूंगा।”