छत्तीसगढ़

रेत माफियाओं की दादागिरी से बेहाल आमजन – 1000 ट्रैक्टर की रेत 5000 में खरीदने को मजबूर, प्रशासन मौन”





सक्ति। रेत माफियाओं की दादागिरी लगातार बढ़ती जा रही है। आमजनों के लिए अब रेत खरीदना किसी मजबूरी से कम नहीं रह गया है। जहां पहले 1000 रुपए में ट्रैक्टर भर रेत मिल जाती थी, वहीं अब लोगों को 5000 रुपए तक चुकाने पड़ रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री आवास के तहत गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार अपने लिए घर बना रहे हैं, लेकिन रेत की काला-बाजारी उनके सपनों पर पानी फेर रही है।

खनिज विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। विभाग की चुप्पी और पुलिस की मिलीभगत से रेत माफिया खुलेआम मनमानी कर रहे हैं। आमजनों का कहना है कि खनिज विभाग का काम पुलिस करती दिख रही है और असली जिम्मेदार मौन साधे हुए हैं।

लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द रेत पर नियंत्रण कर उचित दामों पर उपलब्ध कराया जाए ताकि गरीब जनता प्रधानमंत्री आवास योजना जैसे महत्वपूर्ण सपनों को पूरा कर सके।

Related Articles

Leave a Reply