टैक्स स्लैब पर क्या बोलीं? पढ़िए मुख्य बातें
नई दिल्ली: बजट, बजट, बजट… लो हो गया बजट पेश। लेकिन ये अंतरिम ही रहा। न टैक्स बदला, न बड़ी घोषणाएं। हालांकि सीतारमण 8 हफ्ते पहले ही बोल चुकी थीं कि साल चुनावी है, तो बजट अंतरिम ही रहेगा। यानी असली बजट जून-जुलाई में नई सरकार की वित्त मंत्री पेश करेंगी या करेगा। तब जो भी वित्त मंत्री बने।
खैर, आते हैं आज के मसले पर। वित्त मंत्री करीब 58 मिनट बोलीं। इस दौरान सबसे ज्यादा 42 बार टैक्स और इतनी ही बार पीएम शब्द दोहराए। पर डायरेक्ट या इंडायरेक्ट, किसी भी तरह के टैक्स में काेई बदलाव नहीं किया। हां पीएम से शुरू होने वाली योजनाएं खूब सारी गिनाई। सीतारमण का ये छठा बजट था। इसमें गरीब, महिला, युवा और अन्नदाता, यानी किसान फोकस में दिखे।
अब बजट की मुख्य बातें…
इनकम टैक्स: स्लैब में कोई बदलाव नहीं
इनकम टैक्स में कोई राहत नहीं मिली। पुरानी टैक्स रिजीम पर 2.5 लाख रुपए तक की कमाई ही टैक्स फ्री रहेगी। हालांकि सेक्शन 87A के तहत 5 लाख तक की इनकम पर टैक्स बच सकता है।
नई टैक्स रिजीम पर भी पहले की तरह 3 लाख रुपए तक की कमाई टैक्स फ्री है। इसमें 87A के तहत सैलरीड पर्सन 7.5 लाख रुपए तक और बाकी 7 लाख तक की कमाई पर छूट ले सकते हैं।
महिला: 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का टारगेट
महिलाओं के लिए उम्मीद से कम घोषणाएं हैं। 3 करोड़ महिलाओं को लखपति बनाने का लक्ष्य रखा गया है। सर्वाइकल कैंसर रोकने के लिए 9-14 साल की बच्चियों को फ्री टीका लगाया जाएगा। सभी आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं और हेल्पर्स को आयुष्मान भारत योजना के दायरे में लाया जाएगा।
किसान: फसलों की MSP का दायरा नहीं बढ़ा
फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी मिनिमम सपोर्ट प्राइस (MSP) का दायरा नहीं बढ़ाया है। वहीं, साल में 6,000 रुपए की किसान सम्मान निधि में भी इजाफा नहीं किया गया है।
सरकार ने एग्रीकल्चर सेक्टर को 1.27 लाख करोड़ दिए हैं, जो पिछली बार के मुकाबले केवल 2% ही ज्यादा है। पिछली बार एग्रीकल्चर बजट में 1.25 लाख करोड़ मिले थे।
शिक्षा-रोजगार: 1 लाख करोड़ का कॉर्पस फंड
शिक्षा और रोजगार पर कोई बड़ी घोषणा नहीं की गई। हालांकि 1 लाख करोड़ के कॉर्पस फंड का ऐलान किया है। इससे 50 साल तक की अवधि के लिए इंट्रेस्ट फ्री लोन दिया जाएगा।
डिफेंस: पिछले साल के मुकाबले 3.4% की बढ़ोतरी
डिफेंस खर्च के लिए 6.2 लाख करोड़ रुपए दिए गए हैं। यह पिछले साल से केवल 0.27 लाख करोड़ यानी 3.4% ज्यादा है।
हालांकि अंतरिम बजट में सबसे बड़ा हिस्सा डिफेंस का ही है। इसे कुल बजट का 8% मिला है। सरकार डीप-टेक टेक्नोलॉजी को मजबूत करेगी, ताकि देश हथियारों के लिए आत्मनिर्भर बने।
इन्फ्रास्ट्रक्चर: मेट्रो और नमो भारत प्रोजेक्ट बढ़ेंगे
मेट्रो और नमो भारत जैसे प्रोजेक्ट्स बढ़ाए जाएंगे। देश में रेलवे फ्रेट कॉरिडोर के अलावा 3 और रेलवे कॉरिडोर बनाए जाएंगे। साथ ही 40 हजार रेल कोचेस को वंदे भारत स्टैंडर्ड का बनाया जाएगा।
कोयले से गैस बनाने की कैपेसिटी 2030 तक 100 मीट्रिक टन की जाएगी, ताकि नेचुरल गैस, मेथेनॉल और अमोनिया के इम्पोर्ट का खर्च घटे।
वित्त मंत्री ने G-20 समिट के दौरान घोषित इंडिया-मिडिल ईस्ट यूरोप कॉरिडोर को भारत और दुनिया के लिए गेमचेंजर बताया। हालांकि इसकी प्रोग्रेस के बारे में कुछ नहीं कहा।
सरकार की कमाई और खर्च का हिसाब
वित्त मंत्री ने कहा कि अगले फाइनेंशियल ईयर यानी 2024-25 में सरकार की कमाई 30.80 लाख करोड़ (उधारी छोड़कर) और खर्च 47.66 लाख करोड़ रुपए रहने का अनुमान है। वित्त मंत्री ने कहा कि अगले वित्त वर्ष में सरकार को टैक्स कलेक्शन से कुल 26.02 लाख करोड़ मिलने का अनुमान है।