सक्ती। मालखरौदा पुलिस ने विगत दिनों ग्राम छपोरा में फर्जी एसबीआई की शाखा संचालित किए जाने के मामले में छापा मार कार्यवाही की और गहन जांच पड़ताल शुरू की, जिसके बाद मामले की सच्चाई परत दर परत सामने आ गई और फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर फर्जी बैंक में नियुक्ति करने वाले गिरोह को पुलिस ने धर दबोचा।
जानकारी के मुताबिक ठगी के एक बड़े मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर कई जिलों में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। आरोपी अनिल भास्कर, पिता रामभरोष भास्कर, उम्र 40 वर्ष, ग्राम दुम्हानी, थाना बिलाईगढ़, जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ (छ.ग.) का निवासी है। प्रार्थी जीवराखन कावड़े, मुख्य प्रबंधक (प्रशासन), भारतीय स्टेट बैंक, क्षेत्रीय व्यवसाय कार्यालय कोरबा ने दिनांक 27 सितंबर 2024 को थाना मालखरौदा में रिपोर्ट दर्ज कराई कि ग्राम छपोरा में 18 सितंबर 2024 से एक फर्जी भारतीय स्टेट बैंक शाखा संचालित हो रही है। यहां 6 लोग कार्यरत थे, जिन्होंने पूछताछ के दौरान बताया कि आरोपी अनिल भास्कर और उसके साथियों ने भारतीय स्टेट बैंक में नौकरी लगाने के नाम पर पैसे लेकर फर्जी ज्वाइनिंग लेटर दे दिया और एक फर्जी बैंक खोलकर लोगों से धोखाधड़ी की।
रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने ग्राम छपोरा स्थित घटनास्थल से 9 कंप्यूटर सेट, प्रिंटर, बैटरी और फर्नीचर जब्त किया। पीडि़तों द्वारा प्रस्तुत फर्जी ज्वाइनिंग लेटर को भी जप्त किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सुश्री अंकिता शर्मा के निर्देशन में आरोपी की गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए। आरोपी अनिल भास्कर की गिरफ्तारी उसके निवास ग्राम दुम्हानी से की गई। पूछताछ के दौरान उसने ठगी की बात स्वीकार की और बताया कि उसने ठगी की रकम से 6,60,000 रुपये विभिन्न यूपीआई आईडी से प्राप्त किए थे। इस पैसे से उसने एक सेकंड हैंड कार (आई-20, सीजी-10 डब्ल्यू-7400) खरीदी और एक नया मोबाइल भी खरीदा। पुलिस ने आरोपी से 4 लाख रुपये की कार, 3 मोबाइल फोन और बैंक खाते में जमा 83,000 रुपये समेत कुल 5,03,000 रुपये का सामान जप्त किया है। आरोपी के अन्य 8 सहयोगियों के नामों का भी खुलासा हुआ है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें बनाई गई हैं।
पुलिस के मुताबिक अनिल भास्कर एक आदतन अपराधी है, जिसके खिलाफ थाना तोरवा, जिला बिलासपुर में भी रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर 7,50,000 रुपये की ठगी का मामला दर्ज है। इसके अलावा, उसने अन्य जिलों में भी लोगों को विभिन्न विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी की है।
इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में निरीक्षक राजेश पटेल, उप निरीक्षक सी.पी. कंवर, सउनि राधेश्याम राठौर, प्र.आर. योगेश्वर बंजारे, आरक्षक शत्रुधन जांगड़े, प्रमोद सोनंत, सहदेव यादव, सेतराम पटेल विशेष टीम से उप निरीक्षक भूपेन्द्र चन्दा. प्र.आर. प्रेम राठौर, आरक्षक राकेश राठौर खगेश राठौर, अलेक्सयुस मिंज का सराहनीय योगदान रहा है।