सोशल मीडिया पर श्याम सुंदर अग्रवाल को अध्यक्ष बनाने की मांग जोरों पर
सक्ती। नगरीय निकाय चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। दिसम्बर महीने के अंतिम सप्ताह तक चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होने की संभावना जताई जा रही है। इसी कड़ी में 17 दिसम्बर को कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में वार्डो के आरक्षण की कार्यवाही की गई। अब पालिका चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। शहर में मौजूदा पालिकाध्यक्ष और पार्षदों का कार्यकाल समाप्त होने वाला है। राजनीतिक हलचल बढऩे लगी है, तो लोग भी निर्वाचन प्रक्रियाओं का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। सरकार ने पालिकाध्यक्ष के निर्वाचन को अब प्रत्यक्ष मतदाता प्रणाली के तहत कराने का निर्णय लिया गया है। जनता एक बार फिर सक्ती के लोकप्रिय समाजसेवी श्याम सुंदर अग्रवाल को अध्यक्ष के रूप में देखना चाहती है।
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव के लिए तैयारियां तेज होने के साथ राजनीतिक दलों ने अपना-अपना होमवर्क शुरू कर दिया है, वहीं राज्य निर्वाचन आयोग भी चुनाव की तैयारियों में जुट गया है। महापौर, नगर पालिका अध्यक्ष और वार्डों के आरक्षण की कवायद शुरू कर दी गई है। जिले में निकाय चुनाव के लिए वार्डों के आरक्षण की कार्यवाही हो चुकी है वहीं, महापौर और अध्यक्षों के चुनाव के लिए आरक्षण राजधानी रायपुर में किया जाएगा।
पार्षदों के आरक्षण के बाद जहां जल्द ही नगर पालिका अध्यक्ष का भी आरक्षण भी होने वाला है, वहीं शक्ति नगर पालिका सामान्य होने की स्थिति में नजर आ रही है। अगर सक्ती नगर पालिका सामान्य होती है तो कांग्रेस से संभावित प्रत्याशी के रूप में जनता एक बार फिर श्याम सुंदर अग्रवाल को अध्यक्ष के रूप में देखना चाहती है। उन्होंने अपने 5 साल के कार्यकाल में पूरे नगर का सर्वांगीण विकास किया था उनके कार्यकाल में महामाई तालाब के पास वर्षों पुराना मछली पचरा वहां से हटाया गया था। स्टेशन रोड गौरव पथ रोड एवं अन्य सभी रोड नाली जगह-जगह सौंदर्यकरण एवं लाइटों की उत्तम व्यवस्था प्रतिदिन साफ-सफाई की उत्तम व्यवस्था पूरे नगर में की गई थी।
पालिका अध्यक्ष बनने के पूर्व वे अकेले ही अपनी स्कूटी में लोगों के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुनते और समझते थे, जिसे अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने निराकृत भी किया। शाम ढलने के बाद वे 1 घंटे तक मुख्य मार्ग समेत उन तमाम स्थानों का मुआयना करते थे, जहां प्रकाश का अभाव था या विद्युत सप्लाई की समस्या थी। पालिका अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने एक हेल्पलाइन नंबर भी चालू कराया ताकि विद्युत व्यवधान संबंधी समस्याओं का त्वरित निदान कराया जा सके।
पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्यामसुंदर अग्रवाल की कार्यशैली इतनी मुखर थी कि आरक्षण से पूर्व ही सोशल मीडिया पर श्याम सुंदर अग्रवाल को पुन: अध्यक्ष बनाने की मांग सभी वर्ग, समुदाय के लोगों द्वारा जोर जोर से की जा रही है। वर्तमान में श्यामसुंदर अग्रवाल सक्ती अग्रवाल सभा के अध्यक्ष, श्रमजीवी पत्रकार संघ के जिलाध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष जैसे पदों के दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती नेहा श्याम सुंदर नगर पालिका उपाध्यक्ष के पद पर आसीन हैं।