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मिशन “खाखी किड्स” : आज के बच्चे ही बनेंगे कल की शक्ति : एसपी सुश्री अंकिता शर्मा

  • ग्राम सकर्रा और मालखरौदा के आत्मानंद विद्यालय में बच्चों को दी गई साइबर और ऑनलाइन फ्रॉड की जानकारी

  • थाना प्रभारी मालखरौदा द्वारा खाखी किड्स के ज़रिये स्कूल में बच्चों को बनाया गया साइबर बडी और ट्रैफिक बडी

एसपी सुश्री अंकिता शर्मा (भा.पु.से.)

सकर्रा/मालखरौदा। ”आज के बच्चे ही बनेंगे कल की शक्ति। यदि एक बच्चा जागरूक होगा तो वो अपने परिवार, पड़ोस, मोहल्ले और गांव को भी जागरूक करेगा। आजकल टेक्नोलॉजी की चीज़ों में माँ-पिताजी अपने बच्चों से ही जानकारी लेते है, इस स्थिति में फ्रॉड करने वाला अगर फ्रॉड करने का प्रयास करेगा तो बच्चे अपने माता पिता, पड़ोसी को बता सकते हैं कि फेक है। ये बच्चे हमारे फर्स्ट रिस्पांडर्स होंगे। उक्त कथन है जिले की एसपी सुश्री अंकिता शर्मा का, जो इन दिनों जिले के विद्यालयों में खाखी किड्स अभियान को मिशन मोड पर चला रही हैं, ताकि बच्चों के अलावा उनके अभिभावकों और उनके संपर्क में आने वाले अन्य लोगों को भी साइबर व ऑनलाइन फ्रॉड से बचाया जा सके।

विदित रहे कि सक्ती जिले के स्कूलों में बच्चों को ट्रैफिक नियम एवं साइबर नियम की जानकारी देने के लिए एसपी सुश्री अंकिता शर्मा (भा.पु.से.) द्वारा एक अभियान चलाया जा रहा है जिसमें बच्चों को साइबर एवं ट्रैफीक नियमों की जानकारी देते हुए खाकी किड्स तैयार किए जा रहे हैं।

इसी कड़ी में दिनांक 19.10.2024 को ग्राम सकर्रा के शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल एवं मालखरौदा के आत्मानंद स्कूल में जाकर साइबर फ्राड और ऑनलाइन मे होने वाली सभी फ्राड जैसे किसी भी व्यक्ति को जान कर अनजाने मे ओटीपी नही देना, किसी भी अनजान के साथ अपनी फोटो सहज न करना और दोस्ती न करना, लालच मे नहीं पड़ना, कुछ भी फ्री नही है ऐसे कॉल से सावधान रहना, एप स्टोरेज से ही एप एवं गेम डाउनलोड करने की सलाह, अनचाहे लिंक में कदापि क्लिक नहीं करने के अलावा, टेलीग्राम और शेयर ट्रेडिंग से सावधानी के साथ-साथ ट्रैफिक बडी में ट्रैफिक नियमों की जानकारी देते हुए गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग न करने, शराब सेवन कर गाड़ी न चलाने और लोगों को समझाने, गाड़ी चलाते समय सीटबेल्ट का उपयोग जरूर करने, गाड़ी चलाते वक्त किसी दूसरी गाड़ी को ओवरटेक न करने, गाड़ी चलाते वक्त हेलमेट पहनने व गाड़ी हमेशा धीरे चलाने, केवल पांच मिनट के अंतराल को समझने की समझाईश दी गई। बच्चों ने भी पुलिस का सहयोग करते हुए भारी उत्साह के साथ इस इनिशिएटिव को वेलकम किया।

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