
सक्ती। मेरठ से अपहृत बालक को बरामद करने में सक्ती पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस अधीक्षक आईपीएस सुश्री अंकिता शर्मा के दिशा निर्देशन में सक्ती से रवाना की गई पुलिस टीम ने बच्चों को ट्रेन किडनैप कर ट्रैफि़किंग हेतु उपयोग करने वाले गैंग का सनसनीखेज खुलासा किया है। स्वसंज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक सुश्री अंकिता शर्मा ने पुलिस के आला अधिकारियों से मार्गदर्शन में इस गिरोह को दबोच लिया। मामले में विस्तार से तफ्तीश जारी है, वहीं गुम बच्चों के प्रकरणों के तार भी इस मामले से जुड़े होने की खबर है।
हरिद्वार यात्रा के दौरान उत्कल एक्सप्रेस से किया गया था अपहरण
जानकारी के अनुसार विगत दिनों डोमाडीह हसौद निवासी जगदीश केवट के द्वारा थाना हसौद में सूचना दी थी कि उसका 16 वर्षीय छोटा बेटा अपने बड़े भाई जयश्री केंवट के साथ दिनांक 15/09/24 को उत्कल एक्सप्रेस से हरिद्वार जा रहा था। रास्ते में मेरठ से चार अज्ञात व्यक्ति ट्रेन में चढ़े थे जो सकौती स्टेशन में गाड़ी धीमे होने पर सूचक जगदीश केवट के नाबालिग छोटे बेटे को ज़बरदस्ती ट्रेन से उतारकर अपहरण कर अपने साथ ले गये।
वीडियो वायरल होने पर एसपी सुश्री अंकिता शर्मा ने लिया त्वरित संज्ञान
मामले में प्रार्थी जगदीश केवट के बड़े बेटे जयसिंग केवट का सोशल मीडिया में वीडियो वायरल हुआ था, जिस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिरीक्षक, बिलासपुर रेंज संजीव शुक्ला के निर्देशन पर पुलिस अधीक्षक सुश्री अंकिता शर्मा द्वारा जयश्री केवट से दूरभाष पर संपर्क कर स्वयं मामले की विस्तृत विवेचना शुरू की। प्रार्थी द्वारा अब तक मेरठ में एफआईआर दर्ज ना होने बताये जाने पर स्वसंज्ञान लेते हुए त्वरित कार्यवाही कर तत्काल गठित पुलिस की टीम को एसपी ने अपहृत बालक के परिजनों के साथ मेरठ उत्तर प्रदेश रवाना किया , साथ ही घटना स्थल मेरठ क्षेत्र का होने पर भी गुम बालक के परिजनों को स्वयं थाना बुला कर धारा 137(2),3(5) भारतीय न्याय सहिता में शून्य पर एफआईआर दर्ज कर पुलिस अधीक्षक द्वारा जीआरपी प्रभारी से दूरभाष के माध्यम से संपर्क कर जीरो एफआईआर जीआरपी ग़ाजिय़ाबाद के मेल आईडी पर भेजा गया, जिस पर संज्ञान लेते हुए उनके द्वारा जीरो एफआईआर पर अपराध दर्ज किया गया।
मेरठ पुलिस के सहयोग से आरोपियों को पकडऩे में मिली सफलता, सक्ती एसपी की भूमिका रही महत्वपूर्ण
पुलिस अधीक्षक सुश्री अंकिता शर्मा गुम बालक को ढूँढने हेतु निरंतर मेरठ एसपी के संपर्क में रहीं, जिन्होंने पूरा सहयोग किया। इसके उपरांत सक्ती पुलिस की टीम ने घटना स्थल पहुँच कर मेरठ सिटी जीआरपी तथा स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम के द्वारा अपहृत तथा आरोपियों की पता साज़ी के लिए योजना बनायी गई।
सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग
पतासाज़ी के दौरान घटना स्थल के आस पास के लगभग 100 किलोमीटर के दायरे में सीसीटीवी फुटेज चेक किया गया और घटना के प्रत्यक्षदर्शी जयश्री केवट को स्टेशन में आरोपियों, संदेहियों की पहचान हेतु सिविल ड्रेस में पुलिस टीम के साथ खा गया, जिसकी निशानदेही पर घटना में शामिल एक आरोपी रोहित सिंह की पहचान कर ली गई। तत्काल रोहित सिंह को घेरा बंदी कर पकड़ा गया, जबकि अन्य आरोपी अंधेरे का फ़ायदा उठाकर भाग निकले। पकड़े गये आरोपी से कड़ाई से पूछताछ कर अन्य आरोपी गौरव सिंह, सिद्धार्थ चौधरी एवं शिवम राणा को पृथक से घेरा बंदी करके दबोच लिया गया, वहीं आरोपियों की निशान देही पर गौराला थाना पुलिस की मदद से ग्राम खेड़ीटप्पा मे आरोपी राहुल उर्फ मोनू के घर से अपहृत बालक को दिनांक-25/9/24 को बरामद करने में सक्ती पुलिस को सफलता मिल ही गई।
मामले में जीआरपी मेरठ सिटी में अपराध क्रमांक 48/24 दर्ज कर धारा-137(2), 3(5),111, 140(4),145,146 बीएनएस के तहत आरोपियों के विरुद्ध अग्रिम कार्यवाही की जा रही है। आरोपियों में रोहित सिंह ,पिता -उपेन्द्र सिंह ,27 वर्ष , निवासी- मुबारिकपुर ,थाना -मवाना ,जिला-मेरठ उत्तरप्रदेश, गौरव सिंह, पिता -नारायण सिंह, 28 वर्ष ,निवासी- गडिऩा ,थाना -फलावदा ,जिला-मेरठ उत्तरप्रदेश, सिद्धार्थ चौधरी ,पिता -रवींद्र चौधरी ,29 वर्ष ,निवासी- मीरापुर खुर्द ,थाना -खतौली ,जिला- मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश, शिवम राणा पिता -सचिन्द्र ,25 वर्ष, निवासी -मीरापुर खुर्द ,थाना-खतौली, जिला-मुजफ्फरनगर,उत्तर प्रदेश और राहुल उर्फ मोनू,पिता-किरणवीर ,40वर्ष, निवासी-खेड़ीटप्पा, थाना-गौराला, जिला-मेरठ, उत्तर प्रदेश शामिल हैं।
पुलिस की संयुक्त टीम को किया जाएगा पुरस्कृत
इस कार्यवाही में संयुक्त टीम – सक्ति पुलिस जिसमें एएसआई सुकुल सिंह, प्रधान आरक्षक संजय शर्मा आरक्षक लक्ष्मी नारायण पटेल थाना हसौद टीम के सभी सदस्यों को उनकी मेहनत, लगन और कर्तव्य निष्ठा के लिए सम्मानित और पुरस्कृत किया जाएगा। मामले को सुलझाने में थाना गौराला पुलिस व मेरठ की स्थानीय पुलिस की भूमिका सराहनीय रही।