
सक्ती। सक्ती में चोरी की घटनाओं ने पुलिस के नाक में दम कर रखा है। पिछले एक सप्ताह के भीतर हर दो या तीन दिन बाद चोर किसी न किसी व्यावसायिक प्रतिष्ठान, दुकान या मकान को निशाना बनाकर पुलिस को खुलेआम चुनौती देने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा लगता है कि इन चोरों को अब पुलिस प्रशासन का बिल्कुल भी खौफ नहीं रहा, तभी तो नगर में हुई लाखों की चोरी के मामले में मुआयना करने पहुंचे बिलासपुर रेंज के आईजी के लौटने के तुरंत बाद अपने बुलंद हौसलों का परिचय देेते हुए इन चोरों ने किसान बीज भण्डार को अपना निशाना बनाया। ‘रोक सको तो रोक लो…दम है तो पकड़कर दिखाओ’ की तर्ज पर इन शातिर चोरों ने पुलिस को खुला चैलेंज दे दिया है।
चोर बेखौफ भी…और शातिर भी
सक्ती जिले में चोर बेखौफ होकर लाखों की चोरी को अंजाम दे रहे हैं और साथ ही खुली चुनौती देने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसका पता इस बात से चलता है कि चोरों ने बीती रात्रि जहां किसान बीज भण्डार को निशाना बनाया, वहीं उससे चार दुकान पहले और ठीक चार दिन पूर्व नकाबपोश शातिर बदमाशों ने नरेश श्रद्धा इलेक्ट्रॉनिक्स को निशाना बनाया और गल्ले में रखे 10 से 15 हजार रूपये लेकर फरार हो गए। हालांकि सीसीटीवी कैमरे में वे कैद जरूर हुए, लेकिन नकाब लगे होने की वजह से उनकी पहचान अब तक नहीं हो सकी है।
नरेश श्रद्धा इलेक्ट्रॉनिक्स में चोरी की वारदात को हुए महज चार दिन ही गुजरे होंगे, चोरों ने बंधवा तालाब के सामने, कोरबा रोड सक्ती में संचालित किसान बीज भण्डार को अपना निशाना बनाया और गल्ले से लगभग 12 हजार रूपये ले उड़े। चोरों ने देर रात यहां दुकान की छत से भीतर प्रवेश किया और गल्ले में रखे नगदी रकम को पार कर दिया। सुबह दुकान पहुंचकर जब संचालक ने गल्ला खोला तो 12 हजार रूपये नदारद थे। संचालक ने तत्काल इसकी सूचना सक्ती थाने में दर्ज कराई।
चोरों को पकडऩे रणनीति बनाने में जुटी पुलिस
बाराद्वार रोड स्थित राइस मिलर्स एण्ड ट्रांसपोर्टर्स प्रकाश गोयल एवं पवन गोयल के निवास पर हुई लाखों की सनसनीखेज चोरी के मामले में मुआयना करने पहुंचे बिलासपुर रेंज के आईजी श्री संजीव शुक्ला ने जिले की पुलिस को सख्त दिशा निर्देश जारी किए थे, बावजूद इसके अब तक कोई ठोस असर इन अपराधियों पर पड़ता नजर नहीं आ रहा है। इधर पुलिस प्रशासन और आला अधिकारी इन चोरों के पकडऩे की रणनीति में बनाने में पूरी ताकत झोंक रहे हैं, उधर ये अपराधी अपने कारनामों को अंजाम देकर पुलिस को ‘रोक सको तो रोक लो’ की तर्ज पर खुला चैलेंज कर रहे हैं।
एसपी आईपीएस श्रीमती अंकिता शर्मा की पदस्थापना के बाद आपराधिक प्रकरणों पर जल्द लगाम लगने की संभावना थी। जिले में जहां सट्टा, जुआ, शराब के मामलों में कार्रवाई अवश्य हुई है, लेकिन अब जिले में चोरियों का ग्राफ बढ़ रहा है, वहीं पुलिस के आला अधिकारियों का खौफ अपराधियों में घटता जा रहा है।
विगत वर्षों में हुई चोरियों के मामलो को अगर नजरअंदाज कर भी दें तो हाल फिलहाल हुई चोरियों के मामलों को निपटाना और इनमें संलिप्त अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो सकता है।